शेयर बाजार में इंफोसिस कंपनी का मुनाफा दूसरी तिमाही में 13.02 परसेंट बढ़ा💓🙏
राशि रूपये 7364 करोड़ पहुंचा, ₹23 प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान और 8000 नई भर्ती किए जाने की घोषणा आईटी कंपनी इन्फोसिस के द्वारा की गई है।
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इंफोसिस का जुलाई से सितंबर 2025 क्वार्टर में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट पिछले साल के इसी क्वार्टर के मुकाबले 13.2% बढ़कर 7,364 करोड रुपए हो गया है ।
पिछले साल की समान तिमाही में यह 65,006 करोड रुपए रहा था, वही रेवेन्यू 8.6% बढ़कर 44,490 करोड रुपए पहुंच गया, जो पहले 4,986 करोड रुपए था।
कंपनी ने क्वार्टर 2 के लिए ₹23 प्रति शेयर अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है, जिसकी रिकॉर्ड डेट 27 अक्टूबर है और पे आउट 7 नवंबर को होगा, जिसके पास इस कंपनी के शेर पहले से होल्ड कर रखे हैं उसको 7 नवंबर को डिविडेंड प्राप्त होगा।
यह कंपनी की कैपिटल पॉलिसी का हिस्सा है जिसमें 18000 करोड़ का शेयर बाय बैक भी शामिल है, इन्फोसिस का शेयर आज 0.24 परसेंट गिरकर 1470 रुपए पर बंद हुआ।
अब सवाल जवाब में रिजल्ट से जुड़ी अहम बातें जो कि आपके जानने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
1. कंपनी की डील विनर्स कैसी रही और टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू कितना था ।
उत्तर - बड़ी डील की टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 3.1 बिलियन डॉलर रही जो पिछले क्वार्टर के 3.8 बिलियन से थोड़ा काम है अच्छी बात है कि 67% डील्स नेट न्यू थी।
CEO सलिल पारीक ने ए.आई और क्लाइंट प्रायोरिटी पर फोकस को इसका कारण बताया उन्होंने कहा यह डील्स फ्यूचर ग्रोथ को मजबूत बनाएगी।
2. वित्तीय वर्ष 2026 के लिए गाइडेंस क्या है और मार्जिन कैसे रहे ।
उत्तर - कंपनी ने रेवेन्यू गाइडेंस को थोड़ा ऊपर किया है, अब कांस्टेंट ई में दो से तीन प्रतिशत ग्रोथ की उम्मीद है, पहले एक से तीन प्रतिशत थी ऑपरेटिंग मार्जिन गाइडेंस 20 से 22% पर ही रखा गया।
3. एट्रिशन रेट और एम्पलाई हेड काउंट पर क्या अपडेट है ।
उत्तर - आईटी सर्विसेज में लास्ट 12 मंथ वॉलंटरी एट्रिशन 14.3% रहा जो पिछले क्वार्टर के 14.4 परसेंट से थोड़ा कम है, लेकिन पिछले साल के 12.2 प्रतिशत से ऊपर है।
एम्पलाई अकाउंट 331991 हो गया जो पिछले क्वार्टर के तीन लाख 23788 से 8203 ज्यादा है, यह हायरिंग ग्रोथ दिखाता है लेकिन एट्रिशन कंट्रोल का अभी चैलेंज है।
4. रिजल्ट से आईटी सेक्टर का क्या फ्यूचर दिख रहा है ।
उत्तर - इंफोसिस के रिजल्ट से लगता है कि आईटी सेक्टर मे ग्रोथ धीमी लेकिन स्टेबल है, ए.आई और क्लाइंट प्रायोरिटी पर फोकस से लॉन्ग टर्म अच्छा लग रहा है लेकिन एट्रिशन और मार्जिन प्रेशर को हैंडल करना होगा ।
नारायण मूर्ति ने 1981 में की थी कंपनी की शुरुआत
इंफोसिस एक बड़ी भारतीय आईटी कंपनी है, जो 1981 में बेंगलुरु में शुरू हुई एक कंसलटिंग सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट क्लाउड और ए.आई जैसी सर्विसेज देती है, और दुनिया भर में इसके 3 लाख से ज्यादा एम्पलाई है कंपनी के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सलिल परेख हैं।
इंफोसिस को 1981 में नारायण मूर्ति ने 6 साथियों के साथ शुरू किया था, नंदन नील कड़ी, कृष्ण गोपाल कृष्णन, एस शिबू लाल, के दिनेश, राघवन और अशोक अरोड़ा। मूर्ति को इसका मुख्य फाउंडर माना जाता है, यह सिर्फ ₹250 डॉलर से शुरू हुथी थी।
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